हिंदू धर्म में गणपति श्लोक का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। तथा हिन्दू धर्म में गणेश प्रार्थना मंत्र के साथ नए काम की शुरुवात की जाती हैं । गणपति श्लोक भक्तों के द्वारा भगवान की पूजा-अर्चना के समय प्रयोग किया जाता है।
गणेश श्लोक मंत्र का पाठ करने से हमारे जीवन में सुख-शांति और , समृद्धि, के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। आज मैं आपको ganpati shlok in sanskrit के बारे में बताने जा रहा हु जिसका जाप करके आप अपने जीवन खुशहाल बना सकते है ।
हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि अगर आप कोई नया काम श्री गणेश भगवान जी के नाम लेकर उस काम की शुरुआत करते हैं। तो आपका वह काम सुख शांति के साथ संपन्न हो जाता है और आगे आपको उस काम में काफ़ी लाभ होता हैं ।
इसलिए अपने देखा होगा हिंदू धर्म नए काम की शुरुवात करने से पहले श्री ganesh ji mantra in sanskrit पाठ के साथ उस काम की शुरुवात करते हैं ।
ganesha slokas in sanskrit with meaning के साथ-साथ हम आपको इस आर्टिकल में गणेश भगवान का मंत्र ,गणेश श्लोक संस्कृत और गणेश जी की आरती के बारे जानकारी शेयर करने वाला हु।
Ganpati shlok in sanskrit | गणेश चतुर्थी के श्लोक और मंत्र
” वक्रतुयण्ड महाकाय , सूर्यकोटी समप्रभ ।
निर्विघ्नम कुरु मे देव , सर्वकार्येषु सर्वदा ”
हिंदी अनुवाद
घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली। मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करें (करने की कृपा करें)॥
” गजानानं भूतगणादि सेवित , कपित्य जम्मूफलचार भक्षणम ।
उमासुतं शोक विनाशकारकम , नामामि विध्नेश्वर पादपंकजम ”
हिंदी अनुवाद
हे प्रभु हाथी के मुख समान वाले हैं भूत गणादिसे सदा सेवित रहते हैं कैथ तथा जामुन फल जो आपके लिए प्रिय भोज्य होते हैं , जो पार्वती के पुत्र हैं तथा जो प्राणियों के शोक का विनाश करने वाले हैं , उन विघ्नेश्वर के चरण कमलों को मैं नमस्कार करता हुँ।
” लम्बोदराय वै तुथ्य सर्वोदरगताय च ।
अमायिने मायाया आधाराय नमो नमः ”
हिंदी अनुवाद
हे मेरे भगवान आप एक लंबोदर हैं जठरानल रूप मे आप सबके उदर मे आप निवास करते रहते हैं , और आप पर किसी की माया नही चलती , बल्कि आप ही माया के आधार हैं आपको बार-बार नमस्कार करता हु ।
” विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय ।
लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं “
हिंदी अनुवाद
विघ्नेश्वर वर देने वाले देवताओं को प्रिय लम्बोदर कलाओंसे परिपूर्ण जगत् का हित करने वाले मेरे प्रभु गज के समान मुख वाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वती पुत्र को मेरा कोटि कोटि नमस्कार है ।
” नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय।
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते “
हिंदी अनुवाद
विघ्नेश्वर वर देने वाले देवी देवताओं को प्रिय लम्बोदर , कलाओं से परिपूर्ण जगत् का हित करने वाले गजके समान मुख वाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वती पुत्र को कोटि कोटि नमस्कार है।
” एकदंताय विद्महे , वक्रतुण्डाय धीमहि।
तन्नो दंती प्रचोदयात
हिंदी अनुवाद
हिंदी अर्थ – एक दंत को हम सभी जानते हैं । वक्रतुण्ड का हम सब ध्यान करते हैं । और वह दन्ती गजानन से हमें प्रेरणा प्रदान करें।
” अमेयाय च हेरम्ब , परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव , विश्वेशाय नमो नमः “
हिंदी अनुवाद
हे प्रभू आपको किसी प्रमाणों द्वारा मापा नहीं जा सकता आप परशु धारण करने वाले हैं और आपका वाहन मूषक है। आप विश्वेश्वर को बार बार मैं नमस्कार करता हू।
” सृजन्तं पालयन्तं च , संहरन्तं निजेच्छया।
सर्वविध्नहरं देवं , मयूरेशं नमाम्यहम् “
हिंदी अनुवाद
हे भगवन जो स्वेच्छा से संसार की सृष्टि पालन और संहार करते हैं । उन सर्वविघ्नहारी देवता मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।
” मात्रे पित्रे च सर्वेषां , हेरम्बाय नमो नमः।
अनादये च विघ्नेश , विघ्नकर्त्रे नमो नमः “
हिंदी अनुवाद
सबके माता पिता को मेरा बारम्बार नमस्कार है । हे विघ्नेश्वर ! आप अनादि और विघ्नों के भी जनक हैं , आपको बार-बार नमस्कार है ।
” गणनाथ गणेश विघ्नराट् , शिवसूनो जगदेकसद्गुरो ।
सुरमानुषगीतमद्यशः, प्रणतं मामव संसृतेर्भयात् ”
हिंदी अनुवाद
हे गणनाथ , हे गणेश , हे विघ्नराज , हे शिवपुत्र , हे जगत् के एकमात्र सद्गुरु और देवताओं तथा मनुष्यों के द्धारा किये गये उत्तम यशोगान वाले आप सांसारिक भय से मुझ शरणागत की रक्षा कीजिये ।
” एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं ।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम् “
हिंदी अनुवाद
गणपति श्लोक जो एक दाँत से आप सभी को सुशोभित करते हैं विशाल शरीर वाले हैं मेरे भगवान गजानन हैं जो विघ्नोंके विनाशकर्ता हैं , उन दिव्य भगवान् हेरम्ब को नमस्कार करता हूँ ।
” रक्ष रक्ष गणाध्यक्ष रक्ष त्रैलोक्यरक्षकं ।
भक्तानामभयं कर्ता त्राता भव भवार्णवात् ”
हिंदी अनुवाद
ganpati bappa shlok in sanskrit हे गणेश गणाध्यक्ष रक्षा कीजिए रक्षा कीजिये । हे तीनों लोकों के रक्षक रक्षा कीजिए आप सभी भक्तों को अभय प्रदान करने वाले मेरे प्रभु , भव सागर से मेरी रक्षा कीजिये मैं आपको प्रणाम करता हूं।
” केयूरिणं हारकिरीटजुष्टं , चतुभुऽजं पाशवराभयानिुं ।
सृणिं वहन्तं गणपं त्रीनेत्रं , सचामरस्त्रीयुगलेम युक्तम ”
हिंदी अनुवाद
मैं भगवान गणेश से वंदना करता हूं जो केयर , हर , करीट आभूषण से ससज्जित है । चतुभुऽजं और अपने चारों भुजाओ में पाशा अंकुश वर धारण करते हैं । को तीन नेत्रों वाले आपको दो स्त्रिया चावर डुलाती रहती हैं आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम।
” आदिपूज्यं गणध्यक्षम , उमापुत्रम विनायकम ।
मंगलम परमं रूपम , श्रीगणेशम नमाम्यहम “
हिंदी अनुवाद
ganpati shlok in sanskrit हे मेरे भगवान आपको पूजती है आप उमा के पुत्र के सामान हो आपके नाम से मनुस्य के सारे काम बन जाते है प्रभु आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम ।
गणेश श्लोक मंत्र आरती । ganesh shloke aarti
ओम गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपति बप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया ….
गणेश भगवान पवित्रिकरण मंत्र
गणेश जी का पूजा करने से पहले हमें गणेश भगवान पवित्रिकरण मंत्र के साथ हमें सबसे पहले अपने आप को पवित्रिकरण करना होता हैं । पवित्रिकरण करने के लिए हम एक ganesh mantra sanskrit पढ़ना होता है वह मंत्र कुछ इस प्रकार है ।
” ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्था गतोऽपिवा
यः स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचि: “
ॐ केशवाय नमः
ॐ माधवाय नमः
ॐ नारायणाय नमः
गणेश श्लोक मंत्र sanskrit इस मंत्र को पढ़ने के लिए हमें अपने हाथ में जल लेकर इस मंत्र को पढ़ना होता हैं । और मंत्र पूरा होने के बाद जल को अपने उपर छीड़काना होता है इससे हमारे शरीर का शुद्धिकरण हो जाता है।
इसे भी पढ़े – New ideas ganpati decoration
इसे भी पढ़े – krishna जन्माष्ठमी में पूजा कैसे करे
गणेश स्तुति मंत्र
ॐ श्री गणेशाय नम:।
ॐ गं गणपतये नम:।
ॐ वक्रतुण्डाय नम:।
ॐ हीं श्रीं क्लीं गौं ग: श्रीन्महागणधिपतये नम:।
ॐ विघ्नेश्वराय नम:।
गजाननं भूतगणादि सेवितं, कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्।
उमासुतं शोक विनाशकारणं, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।
ganesh ji ki aarti। गणेश भगवान जी का आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी ।
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी ।।
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा ।
लड्डूअन का भोग लगे संत करें सेवा ।।
अंधे को आंख देत कोढिन नको काया
बाझान को पुत्र देत निर्धन को माया ।।
श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।
गणेश जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?
गणेश जी की पूजा करते समय यहाँ कुछ और गणेश जी के मंत्र हैं: जिसे आप पूजा करते समय बोल सकते है
- ॐ गं गणपतये नमः
- ॐ श्री गणेशाय नमः
- ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा।
- ॐ गजाननाय नमः
- ॐ गजमुखाय नमः
अंतिम शब्द
आजके इस आर्टिकल में हमने सीखा ganpati shlok in sanskrit के बारे में । अगर आपको गणेश स्तुति श्लोक संस्कृत का यह आर्टिकल अच्छा लगा तो आप इसे शेयर जरूर करे धन्यवाद् । ….
इसे भी पढ़े – 333 Angle meaning in hindi
इसे भी पढ़े – 111 Angle meaning in hindi
इसे भी पढ़े – ( जाने रहस्य ) 666 Angel number meaning in Hindi
FAQ
Que – ॐ वक्रतुंडाय नमः किसका मंत्र है ?
Ans – ॐ वक्रतुंडाय नमः यह गणेश भगवान का मंत्र हैं ।
Que – गणेश जी का मूल मंत्र क्या है ?
Ans – गणेश जी का मूल मंत्र ” ओम गण गणपतये नमो नमः श्री सिद्धिविनायक नमो नमःअष्टविनायक नमो नमः गणपति बप्पा मोरया मंगलमूर्ति मोरया ….